Affiliate Marketing kya hai? एफिलिएट मार्केटिंग से कमाएँ पैसे: यह कैसे काम करता है जानें

Table of Contents

Introduction to Affiliate Marketing

Affiliate Marketing kya hai?

एफिलिएट मार्केटिंग में कंपनियों के प्रोडक्ट या सेवाओं को प्रमोट के लिए पैसे दिए जाते हैं। जब कोई व्यक्ति प्रमोटर द्वारा शेयर किए गए विशेष लिंक के माध्यम से कुछ खरीदता है, तो उसे कमीशन मिलता है।

इसमें ऑनलाइन चीजों को बेचने में मदद करने के लिए पैसे मिलते हैं। कंपनी के प्रोडक्ट को ऑनलाइन बेचने पर एक निश्चित राशि कमीशन के रूप में मिलती है।

एफिलिएट मार्केटिंग के फायदे

  • कंपनी केवल तभी पैसे देती हैं जब वे वास्तविक बिक्री होती हैं, जिससे मार्केटिंग का खर्चा काम होता है।
  • एफिलिएट अपने दर्शकों के लिए उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करते हैं, जिससे पारंपरिक मार्केटिंग प्रयासों से अलग कंपनी की पहुँच ज्यादा कस्टमर तक पहुँचती है।
  • एफिलिएट को उनके परफॉरमेंस या काम के आधार पर कमीशन दिया जाता है, इसलिए यह उन्हें प्रोडक्ट या सेवाओं को सक्रिय रूप से प्रमोट करना होता है।
  • एफिलिएट के पास अक्सर विशिष्ट ऑडियंस होती है, जिससे कंपनी विशिष्ट देश या बाज़ारों तक पहुँच सकते हैं।
  • एफिलिएट लिंक और प्रमोशन वेबसाइट ट्रैफ़िक को बढ़ाने और सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार करने में मदद करती हैं।
  • कंपनी और एफिलिएट दोनों के लिए ये फायदेमंद है, अगर कोई प्रोडक्ट बिकता है तो कंपनी को मुनाफा होता है और एफिलिएट को कमीशन मिलता है।
  • एफिलिएट मार्केटिंग कंपनी के लिए कम जोखिम रखता है क्योंकि कंपनी एफिलिएट को प्रोडक्ट बिकने पर ही कमीशन देती है।

एफिलिएट मार्केटिंग कैसे काम करता है? How Affiliate Marketing works?

एफिलिएट मार्केटिंग में मुख्या रूप से 3 पार्टी शामिल है : व्यापारी (कंपनी), एफिलिएट (प्रमोटर), और ग्राहक:

1 व्यापारी (कंपनी):

व्या.पारी वह कंपनी है जो कोई प्रोडक्ट या सर्विस बेचती है। वे एक एफिलिएट प्रोग्राम बनाते हैं जहाँ एफिलिएट अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए रजिस्टर कर सकते हैं।

2. एफिलिएट (प्रमोटर):

एफिलिएट एक व्यक्ति या संस्था (जैसे कोई वेबसाइट, ब्लॉग या सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर) है जो कंपनी के प्रोडक्ट को प्रमोट करता है। वे कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम में शामिल होते हैं और अपने रेफ़रल को ट्रैक करने के लिए यूनिक एफिलिएट लिंक या प्रोमो कोड प्राप्त करते हैं।

3. ग्राहक:

ग्राहक वह व्यक्ति होता है जो एफिलिएट के लिंक पर क्लिक करता है या खरीदारी करने के लिए उनके प्रोमो कोड का उपयोग करता है। जब कोई ग्राहक एफिलिएट के लिंक के माध्यम से कोई खरीदारी पूरी करता है, तो एफिलिएट को कमीशन मिलता है।

एफिलिएट मार्केटिंग में मुख्य चरण:

1. एफिलिएट प्रमोशन: एफिलिएट अपने यूनिक एफिलिएट लिंक या प्रोमो कोड का उपयोग करके वेबसाइट, ब्लॉग, सोशल मीडिया, ईमेल न्यूज़लेटर आदि जैसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से प्रोडक्ट का प्रचार करते हैं।

2. ट्रैकिंग: एफिलिएट लिंक या प्रोमो कोड को कुकीज़, ट्रैकिंग पिक्सल या अन्य ट्रैकिंग विधियों के माध्यम से ट्रैक किया जाता है। इससे कंपनी को एफिलिएट द्वारा उत्पन्न बिक्री या लीड को सटीक रूप से ट्रैक करने में मदद मिलती है।

3. कमीशन भुगतान: कंपनी अपने प्रचार प्रयासों के माध्यम से उत्पन्न प्रत्येक बिक्री या लीड के लिए एफिलिएट को कमीशन देता है। कमीशन बिक्री राशि का एक प्रतिशत या एक निश्चित राशि हो सकती है।

संक्षेप में, एफिलिएट मार्केटिंग कंपनी के लिए बिक्री और लीड बढ़ाने के लिए एफिलिएट के प्रचार प्रयासों का लाभ उठाती है, जबकि एफिलिएट ग्राहकों को व्यापारी के उत्पादों या सेवाओं को बेचने के लिए कमीशन कमाते हैं।

Types of affiliate marketing | एफिलिएट मार्केटिंग के प्रकार

एफिलिएट मार्केटिंग को कई प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, इस आधार पर कि एफिलिएट किस तरह से प्रोडक्ट और सेवाओं को बढ़ावा देते हैं। यहाँ मुख्य प्रकार दिए गए हैं:

1. कंटेंट मार्केटिंग: एफिलिएट प्रोडक्ट को बढ़ावा देने के लिए ब्लॉग, वीडियो या पॉडकास्ट बनाया जाता हैं। वे अपनी सामग्री में स्वाभाविक रूप से एफिलिएट लिंक डालते हैं।

2. कूपन साइट्स: ये साइटें डिस्काउंट और ऑफर्स प्रदान करती हैं, जिससे उपयोगकर्ता बचत के लिए एफिलिएट लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।

3. रिव्यु साइटें: एफिलिएट प्रोडक्ट या सेवाओं की विस्तृत रिव्यु लिखते हैं, जिसमें लाभ और हानि शामिल हैं, और पाठकों को खरीदने के लिए एफिलिएट लिंक प्रदान करते हैं।

4. ईमेल मार्केटिंग: एफिलिएट अपने ग्राहकों को उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ईमेल सब्सक्रिप्शन का उपयोग करते हैं।

5. प्रभावशाली मार्केटिंग (Influencer मार्केटिंग): सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर प्रभावशाली लोग अपने पोस्ट या बायो में एफिलिएट लिंक का उपयोग करके अपने फॉलोवर्स को प्रोडक्ट का प्रचार करते हैं।

6. तुलना साइटें (Comparison साइट्स): ये साइटें समान प्रोडक्ट की तुलना करती हैं, उपयोगकर्ताओं को सबसे अच्छा विकल्प खरीदने के लिए एफिलिएट लिंक प्रदान करती हैं।

7. लॉयल्टी प्रोग्राम्स: एफिलिएट उन उपयोगकर्ताओं को पुरस्कार या कैश बैक प्रदान करते हैं जो उनके एफिलिएट लिंक के माध्यम से खरीदारी करते हैं।

8. पे-पर-क्लिक (PPC): एफिलिएट अपने एफिलिएट लिंक पर ट्रैफ़िक लाने के लिए पेड विज्ञापन का उपयोग करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप होने वाली बिक्री पर कमीशन मिलता हैं।

Affiliate Marketing kya hai & How to Start | एफिलिएट मार्केटिंग कैसे स्टार्ट करें?

Step 1: Choose a Niche (निचे चुने)

नीच चुनने का महत्व:

एक अच्छी तरह से चुना हुआ निच आपको एक विशेष दर्शकों को ध्यान में रखता है। एक नीच पर काम करने से प्रतिस्पर्धा कम हो जाती है, जिससे अलग दिखना आसान हो जाता है। आप अधिक मूल्यवान कंटेंट बना सकते हैं जो आपके दर्शकों की रुचियों और जरूरतों के अनुरूप हो। एक विशिष्ट समूह को लक्षित करने से प्रोडक्ट बिकने के संभावना बढ़ जाती है।

Tips for niche research | नीच रिसर्च के लिए टिप्स या सुझाव

सहबद्ध विपणन में आला शोध के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

1. अपनी इंटरेस्ट की पहचान करें: काम में इंटरेस्ट बनाए रखने के लिए अपने जुनून और इंटरेस्ट से जुड़े हुए नीच चुनें।

2. बाजार की मांग का विश्लेषण करें: रुचि और सर्च मात्रा का आकलन करने के लिए Google trend और कीवर्ड रिसर्च टूल्स का उपयोग करें।

3. प्रतिस्पर्धा का मूल्यांकन करें: बाजार को समझने के लिए प्रतिस्पर्धियों पर रिसर्च करें।

4. फायदेमंद नीच: ज्यादा एफिलिएट कमीशन वाले नीच को खोजें।

5. एफिलिएट प्रोग्राम की जाँच करें: सुनिश्चित करें कि आपके नीच में क्वालिटी वाले प्रोडक्ट के साथ विश्वसनीय एफिलिएट प्रोग्राम हैं।

Tools for niche analysis | नीच एनालिसिस के टूल्स

एफिलिएट मार्केटिंग में नीच एनालिसिस करने के लिए यहां कुछ टूल्स दिए गए हैं:

  1. Google Trends
  2. Ahrefs
  3. SEMrush
  4. Ubersuggest
  5. AnswerThePublic
  6. BuzzSumo
  7. BuzzSumo

Step 2: Research Affiliate Programs (एफिलिएट प्रोग्राम का रिसर्च करें)

How to choose the right Affiliate program | (सही एफिलिएट प्रोग्राम कैसे चुने)

आपकी सफलता के लिए सही अफिलिएट प्रोग्राम चुनना बहुत ज़रूरी है। यहाँ कुछ पॉइंट्स दिए गए हैं जो आपको सबसे अच्छा कार्यक्रम चुनने में मदद करेंगे:

10 अपने नीच पर रिसर्च करें: अपने दर्शकों को समझें और जानें कि वे किन उत्पादों/सेवाओं में रुचि रखते हैं। ऐसे अफिलिएट प्रोग्राम की तलाश करें जो इन रुचियों से मेल कहते हों।

2. कमीशन दरों की जाँच करें: विभिन्न अफिलिएट प्रोग्राम के बीच कमीशन दरों की तुलना करें।

3. प्रोडक्ट की क्वालिटी: ऐसे उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करें जिन पर आपको विश्वास है और जिनकी अच्छी प्रतिष्ठा है। इससे आपके दर्शकों के साथ विश्वास बढ़ता है और ज्यादा बिक्री होती है।

4. मार्केटिंग टूल और संसाधन: ऐसे कार्यक्रमों की तलाश करें जो बैनर, प्रोडक्ट फोटो और एफिलिएट लिंक जैसी सहायक मार्केटिंग सामग्री प्रदान करते हैं। ये आपके काम को आसान और अधिक प्रभावी बना सकते हैं।

5. भुगतान शर्तें: भुगतान शेड्यूल और न्यूनतम भुगतान सीमा की जाँच करें।

6. रिव्यु और प्रतिक्रियाएँ: कार्यक्रम के साथ अपने अनुभवों के बारे में अन्य एफिलिएट से ऑनलाइन रिव्युऔर प्रतिक्रियाएँ प्राप्त करें। यह इसकी विश्वसनीयता और प्रदर्शन के बारे में अच्छी जानकारी प्रदान कर सकता है।

Popular affiliate networks | लोकप्रिय एफिलिएट नेटवर्क

एफिलिएट नेटवर्क ऐसे प्लेटफ़ॉर्म हैं जो विज्ञापन देने wale (व्यापारियों/कंपनी) को पब्लिशर (एफिलिएट) से जोड़ते हैं ताकि प्रोडक्ट या सर्विसेज को प्रमोट किया जा सके। यहाँ कुछ सबसे लोकप्रिय एफिलिएट नेटवर्क दिए गए हैं:

  1. Amazon Associates
  2. Commission Junction (CJ Affiliate)
  3. ShareASale
  4. Rakuten Advertising
  5. Awin
  6. ClickBank
  7. Pepperjam
  8. FlexOffers
  9. Impact

Step 3: Build a Platform | एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए प्लेटफार्म बनायें

Selecting a platform

एफिलिएट मार्केटिंग के लिए प्लेटफार्म सेलेक्ट करना एक मुख्या स्टेप है क्योकि आगे आपको इसी प्लेटफार्म में काम करना है। कई प्लेटफार्म हैं जैसे ब्लॉग, यूट्यूब , सोशल मीडिया आदि।

  • ब्लॉग (Blog): आप ब्लॉग बनाकर आपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकते हैं। ब्लॉग में आप प्रोडक्ट से सम्बंधित आर्टिकल और प्रोडक्ट रिव्यु लिखकर एफिलिएट लिंक डाल सकते हैं।
  • यूट्यूब चैनल (Youtube Channel): प्रोडक्ट रिव्यु का वीडियो बनाकर यूट्यूब में अपलोड कर सकते हैं।
  • सोशल मीडिया (Social Media): आप सोशल मीडिया में आपने प्रोडक्ट का एफिलिएट लिंक डाल सकते हैं।

Setting up a website or blog | वेबसाइट या ब्लॉग कैसे बनाये

वेबसाइट या ब्लॉग बनाकर एफिलिएट प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकते हैं। वेबसाइट या ब्लॉग बनाने में कई स्टेप्स हैं। इसमें कुछ इन्वेस्टमेंट की ज़रुरत होती है। सबसे पहने वेबहोस्टिंग खरीदना पड़ता है।

वेबहोस्टिंग में आप आपने वेबसाइट को होस्ट कर सकते हैं। कई कंपनियों के वेबहोस्टिंग आते हैं आप आपने बजट के अनुसार वेबहोस्टिंग खरीद सकते हैं।

इसका सालाना रिन्यूअल होता है। इसके बाद एक डोमेन नाम खरीदना होता है जो आपके वेबसाइट का नाम होता है और ये यूनिक होता है। इसके बाद आप आपने होस्टिंग में वर्डप्रेस इनस्टॉल करने वेबसाइट स्टार्ट कर सकते हैं।

Step 4: Create High-Quality Content | कंटेंट क्रिएट करें

वेबसाइट या ब्लॉग क्रिएट करने के बाद पोस्ट करने के लिए अच्छे क्वालिटी के कंटेंट लिखें और अपने ब्लॉग में पब्लिश करें। आपका कंटेंट ओरिजिनल होना चाहिए। सो करके लो कम्पटीशन कीवर्ड निकालें और इनपर आर्टिकल लिखें।

अगर आपकोआर्टिकल लिखना नहीं आता तो आप आउटसोर्स करके किसी कंटेंट राइटर से आर्टिकल लिखवा सकते हैं। आर्टिकल लिखने के लिए आपको कुछ चार्ज देना होगा। कई वेब्सीटेस हैं जहाँ आप आर्टिकल लिखवा सकते हैं जैसे Fiverr, upwork, Freelancer.

Step 5: Drive Traffic to Your Content | वेबसाइट या ब्लॉग में ट्रैफिक लाएं

कंटेंट या आर्टिकल्स पब्लिश करने के बाद अपने वेबसाइट या ब्लॉग में विसिटोर्स ले कर आएं। इसके लिए आप कई तरीके आपने सकते हैं जैसे On Page SEO, Keyord research, Backlinks, Social media sharing, google ads, instagram ads.

निष्कर्ष:

इस पोस्ट में Affiliate Marketing kya hai के बारे में आपको पूरी जानकारी मिलेगी। एफिलिएट मार्केटिंग एक अच्छा तरीका है पैसे कमाने के लिए। ये काम आप घर बैठे कर सकते हैं। इसके लिए आपको लैपटॉप और इंटरनेट की ज़रुरत पड़ेगी। आपको एक अच्छा एफिलिएट नेटवर्क ज्वाइन करके प्रोडक्ट प्रमोट करना है। जैसे ही कोई कस्टमर प्रोडक्ट खरीदेगा आपको उसका कमीशन मिलेगा। कमाई बढ़ने के लिए ज्याद से ज्यादा लोगों तक प्रोडक्ट को प्रमोट करें। जितने ज्यादा लोग प्रोडक्ट खरीदेंगे उतना ज्यादा कमीशन मिलेगा।

ये भी पढ़ें:

Similar Posts