Types of computers and examples | कंप्यूटर के प्रकार

Types of computers and examples

क्या आप जानते हैं कि कितने प्रकार के कंप्यूटर होते है (Types of computers and examples)? इस लेख में, हम कंप्यूटर के प्रकारों के बारे में बताएंगे और उनकी विशेषताओं और के बारे में विस्तार से बताएंगे।

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसमें स्टोरेज, कंप्यूटेशन, इनपुट, आउटपुट और नेटवर्किंग आदि होती हैं। AI के विकास के साथ, कंप्यूटर में सिखने की क्षमता भी विकसित की जा रही है। इनपुट और आउटपुट टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो जैसे विभिन्न रूपों में हो सकते हैं।

कंप्यूटर उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार इनपुट को प्रोसेस करता है और आउटपुट देता है। कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के होते हैं और उन्हें आकार और डेटा हैंडलिंग क्षमताओं के आधार पर दो तरह से वर्गीकृत किया जा सकता है।

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कंप्यूटर के प्रकार (Types of computers)

कंप्यूटर को मुख्या रूप से २ प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है:

  1. आकर के आधार पर (Based on Size)
  2. डाटा हैंडलिंग के आधार पर (Based on Data Handling Capabilities)

Types of Computer – Based on Size (आकर के आधार पर)

  • Supercomputer
  • Mainframe computer
  • Minicomputer
  • Workstation
  • Personal Computer (PC)

Types of Computer – Based on Data Handling Capabilities (डाटा हैंडलिंग के आधार पर)

  • Analog Computer
  • Digital Computer
  • Hybrid Computer
  • Quantum Computer

Types of computers and examples: Based on Size (आकर के आधार पर)

आइये जाने सभी कम्प्यूटर्स के बारे में विस्तार से:

१. Supercomputer (सुपरकम्प्युटर)

Image source: nbcnews

1976 में रोजर क्रे ने सुपर कंप्यूटर का विकास किया था। जब हम कंप्यूटर में स्पीड के बारे में बात करते हैं, तो सबसे पहले सुपर कंप्यूटर का नाम आता है। वे सबसे बड़े और सबसे तेज़ कंप्यूटर हैं डेटा प्रोसेसिंग की गति के मामले में। सुपर कंप्यूटर इस तरह से डिज़ाइन किए गए हैं कि ये एक समय में बहुत ज़्यादा डेटा प्रोसेस कर सकते हैं, जैसे कि सिर्फ़ एक सेकंड में खरबों निर्देश या डेटा प्रोसेस करना।

सुपरकंप्यूटर बहुत बड़े डेटाबेस वाले अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी होते हैं या जिनमें बहुत अधिक गणना की आवश्यकता होती है। ऐसा सुपर कंप्यूटर में हज़ारों इंटरकनेक्टेड प्रोसेसर लगे होता है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से मौसम पूर्वानुमान, वैज्ञानिक सिमुलेशन और परमाणु ऊर्जा अनुसंधान जैसे वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग प्रयोगों में किया जाता है।

सुपर कंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • सुपर कंप्यूटर सबसे तेज़ कंप्यूटर होते हैं और ये बहुत महंगे भी होते हैं
  • ये प्रति सेकंड दस ट्रिलियन तक गणना कर सकते हैं,
  • इसका उपयोग शेयर बाज़ार या बड़े संगठनों में ऑनलाइन मुद्रा दुनिया जैसे बिटकॉइन आदि को मैनेज जरने के लिए किया जाता है।
  • इसका उपयोग वैज्ञानिक अनुसंधान क्षेत्रों में सौर मंडल, उपग्रहों आदि की खोज से प्राप्त डेटा का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है।

सुपरकंप्यूटर का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:

  • विज्ञान
  • इंजीनियरिंग
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • एयरोस्पेस

सुपरकंप्यूटर का उपयोग जटिल कार्यों के लिए किया जाता है, जैसे:

  • मौसम पूर्वानुमान
  • जलवायु अनुसंधान
  • वैज्ञानिक सिमुलेशन
  • तेल और गैस खोजने के लिए
  • क्वांटम मैकेनिक्स
  • क्रिप्टैनालिसिस

2. Mainframe computer (मेनफ़्रेम कम्प्यूटर्स)

Image source: IBM

मेनफ्रेम कंप्यूटर बड़े और शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैं इसका इस्तिमाल बड़ी कंपनियां अधिक मात्रा में डाटा को प्रोसेस करने के लिए इस्तिमाल करती हैं। मेनफ्रेम कंप्यूटर इस तरह से डिज़ाइन किए गए हैं कि वे एक ही समय में सैकड़ों या हज़ारों यूजर को मैनेज कर सकते हैं। यह एक साथ कई प्रोग्रामों का भी चला सकता है।

इसलिए, वे एक साथ विभिन्न प्रोसेस को एक्सेक्यूट कर सकते हैं। ये सभी विशेषताएँ मेनफ्रेम कंप्यूटर को बैंकिंग, दूरसंचार क्षेत्रों आदि जैसे बड़े संगठनों के लिए आदर्श बनाती हैं, जो सामान्य रूप से उच्च मात्रा में डेटा हैंडल करते हैं।

मेनफ्रेम कंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • यह एक महंगा या खर्चीला कंप्यूटर भी है।
  • इसकी स्टोरेज क्षमता अधिक है और इसका परफॉरमेंस भी बढ़िया है।
  • यह बहुत बड़ी मात्रा में डेटा को बहुत तेज़ी से प्रोसेस कर सकता है।
  • यह लंबे समय तक आसानी से चलता है और इसकी लाइफ़ भी लंबी होती है।

मेनफ्रेम कंप्यूटर मुख्य रूप से निम्नलिखित में उपयोग किए जाते हैं:

  • संस्थान
  • शोध
  • स्वास्थ्य सेवा
  • पुस्तकालय
  • बड़े व्यवसाय
  • वित्तीय संस्थान
  • स्टॉक ब्रोकरेज फर्म
  • बीमा एजेंसियां

मेनफ्रेम कंप्यूटर निम्नलिखित से संबंधित कार्यों के लिए उपयोगी हैं:

  • जनगणना
  • उद्योग और उपभोक्ता स्टेटिस्टिक
  • लेनदेन सम्बंधित
  • ई-कॉमर्स

३. Minicomputer (मिनी कंप्यूटर)

मिनी कंप्यूटर को मिड-रेंज कंप्यूटर भी कहा जाता है ये मेनफ्रेम से छोटे होते हैं लेकिन पर्सनल कंप्यूटर से ज़्यादा शक्तिशाली होते हैं। इनका इस्तेमाल छोटे से लेकर मध्यम आकार के व्यवसायों द्वारा डेटाबेस मैनेज और एंटरप्राइज़ रिसोर्स प्लानिंग जैसे कार्यों के लिए किया जाता है। मिनीकंप्यूटर एक मध्यम आकार का मल्टीप्रोसेसिंग कंप्यूटर है।

इस प्रकार के कंप्यूटर में दो या दो से अधिक प्रोसेसर होते हैं और यह एक समय में 4 से 200 यूजर को सपोर्ट करता है। मिनीकंप्यूटर माइक्रोकंट्रोलर के समान है। मिनीकंप्यूटर का उपयोग संस्थानों या विभागों में बिलिंग, अकाउंटिंग, इन्वेंट्री मैनेजमेंट आदि जैसे विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है। यह मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा होता है लेकिन माइक्रोकंप्यूटर की तुलना में बड़ा होता है। मिनी कंप्यूटर छोटे कंपनियों के द्वारा इस्तिमाल किया जाता है।

मिनीकंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • इसका वजन कम होता है।
  • इसके कम वजन के कारण इसे कहीं भी ले जाना आसान होता है।
  • मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम खर्चीला होता है।
  • यह तेज़ होता है।

मिनी कंप्यूटर मुख्य रूप से निम्नलिखित में उपयोग किए जाते हैं:

  • वैज्ञानिक
  • इंजीनियरिंग कम्प्यूटेशन
  • व्यापार लेनदेन प्रोसेस
  • फ़ाइल हैंडलिंग
  • डेटाबेस मैनेजमेंट

४. Workstation (वर्कस्टेशन)

वर्कस्टेशन हाई परफॉरमेंस वाले हार्डवेयर वाले शक्तिशाली और एक यूजर द्वारा इस्तिमाल किया जाने वाला कंप्यूटर हैं, जिनका उपयोग अक्सर इंजीनियरों, वास्तुकारों और ग्राफिक डिजाइनरों द्वारा महत्वपूर्ण कंप्यूटिंग वाले कार्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि 3D रेंडरिंग और जटिल गणनाएँ।

एक वर्कस्टेशन कंप्यूटर तकनीकी या वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें एक तेज़ माइक्रोप्रोसेसर होता है, जिसमें बड़ी मात्रा में RAM और एक हाई-स्पीड ग्राफ़िक एडेप्टर होता है। इसका उपयोग आम तौर पर किसी विशिष्ट कार्य को बड़ी सटीकता के साथ करने के लिए किया जाता है।

वर्कस्टेशन कंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • यह महंगा या ज्यादा लागत वाला होता है।
  • ये विशेष रूप से जटिल कार्य उद्देश्यों के लिए बनाए जाते हैं।
  • यह पीसी की तुलना में बड़ी स्टोरेज क्षमता, बेहतर ग्राफिक्स और अधिक शक्तिशाली CPU प्रदान करता है।
  • इसका उपयोग एनीमेशन, डेटा एनालिसिस, CAD, ऑडियो और वीडियो एडिटिंग करने के लिए किया जाता है।

वर्कस्टेशन मुख्य रूप से निम्नलिखित में उपयोग किए जाते हैं:

  • शिक्षा
  • CAD
  • हेल्थ
  • फप्टोग्राफी
  • एनीमेशन
  • 3D इमेजिंग

वर्कस्टेशन निम्नलिखित से संबंधित कार्यों के लिए उपयोगी हैं:

  • वीडियो एडिटिंग
  • CAD
  • डेटा एनालिसिस
  • एनीमेशन
  • ग्राफ़िक्स डिजाइनिंग

५. Personal Computer (पर्सनल कंप्यूटर)

पर्सनल कंप्यूटर सबसे आम प्रकार के कंप्यूटर हैं। इन्हें व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे डेस्कटॉप कंप्यूटर और लैपटॉप। इनका उपयोग वर्ड प्रोसेसिंग, इंटरनेट ब्राउज़िंग, गेमिंग और मीडिया प्लेबैक सहित कई तरह के कार्यों के लिए किया जाता है।

पर्सनल कंप्यूटर को माइक्रो कंप्यूटर के नाम से भी जाना जाता है। इसमें एक सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), मेमोरी, इनपुट यूनिट और आउटपुट यूनिट के रूप में एक माइक्रोप्रोसेसर होता है। इस तरह का कंप्यूटर व्यक्तिगत काम जैसे असाइनमेंट बनाना, मूवी देखना या ऑफिस में ऑफिस के काम आदि के लिए उपयुक्त होता है। उदाहरण के लिए, लैपटॉप और डेस्कटॉप कंप्यूटर।

पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) की विशेषताएँ:

इसमें सीमित संख्या में सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह आकार में सबसे छोटा है।
इसे व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इसे इस्तेमाल करना आसान है।

पर्सनल कंप्यूटर मुख्य रूप से निम्नलिखित में उपयोग किए जाते हैं:

  • ऑफिस के काम के लिए
  • शिक्षा
  • गेमिंग
  • इंटरनेट ब्रोउसिंग
  • इ – मेल
  • मल्टीमीडिया प्लेबैक
  • प्रोग्रामिंग
  • वर्ड प्रोसेसिंग
  • रीडिंग
  • राइटिंग
  • कॅल्क्युलेटिंग

Types of computers: Based on Data Handling Capabilities (डाटा हैंडलिंग के आधार पर)

आइये जाने सभी कम्प्यूटर्स के बारे में विस्तार से:

१. Analog Computer (एनालॉग कंप्यूटर)

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एनालॉग कंप्यूटर विशेष रूप से एनालॉग डेटा को प्रोसेस करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। निरंतर डेटा जो लगातार बदलता रहता है और जिसमें डिस्क्रीट वैल्यू नहीं हो सकते हैं, उन्हें एनालॉग डेटा कहा जाता है। इसलिए, एक एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग तब किया जाता है जब हमें गति, तापमान, दबाव आदि के लिए अनुमानित डाटा की आवश्यकता होती है।

यह मापने वाले उपकरण से सीधे डेटा लेते है बिना किसी संख्याओं और कोड में परिवर्तित किए बिना। यह भौतिक मात्रा में निरंतर परिवर्तनों को मापता है। यह डायल या स्केल पर रीडिंग के रूप में आउटपुट देता है। एनालॉग कंप्यूटर के उद्धरण हैं स्पीडोमीटर, थर्मामीटर, एम्पलीफायर, मैकेनिकल इंटीग्रेटर, स्लाइड रूल, टाईड प्रेडिक्टर, इलेक्ट्रिक इंटीग्रेटर, आदि

एनालॉग कंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • रियल टाइम ऑपरेशन – कई सिग्नल वैल्यूज को एक साथ बदले जा सकता है।
  • इनपुट/आउटपुट को डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए ट्रांसड्यूसर की आवश्यकता नहीं है।
  • प्रोग्रामर वास्तविक समय में समस्याओं का विश्लेषण कर सकते हैं और उन्हें ठीक कर सकते हैं।
  • बैंडविड्थ की कम खपत।
  • इसमें परिणाम देने की अधिक गति है।

एनालॉग कंप्यूटर मुख्य रूप से निम्नलिखित में उपयोग किए जाते हैं:

  • गाड़ी की स्पीड नापने के लिए
  • तापमान नापने के लिए
  • पानी के प्रवाह
  • हाई और लो टाइड की भविष्यवाणी

२. डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)

डिजिटल कंप्यूटर इस तरह से डिज़ाइन किए गए हैं कि ये आसानी से तेज़ गति पर गणना और प्रेडिक्शन कर सकते हैं। यह इनपुट के रूप में रॉ डेटा लेता है और अंतिम आउटपुट बनाने के लिए अपनी मेमोरी में स्टोर प्रोग्राम के साथ इसे प्रोसेस करता है।

यह केवल बाइनरी इनपुट 0 और 1 को समझता है, इसलिए रॉ इनपुट डेटा को कंप्यूटर द्वारा 0 और 1 में परिवर्तित किया जाता है और फिर परिणाम या अंतिम आउटपुट बनाने के लिए कंप्यूटर द्वारा इसे प्रोसेस किया जाता है। सभी आधुनिक कंप्यूटर, जैसे लैपटॉप, डेस्कटॉप जिसमें स्मार्टफोन आदि डिजिटल कंप्यूटर हैं।

डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • डिजिटल कंप्यूटर में डेटा को बाइनरी वैरिएबल नंबर ० और १ के रूप में इनपुट किया जाता है।
  • केवल एक वैरिएबल को दर्शाने के लिए उपयोग किए जाने वाले बिट्स की संख्या तक सीमित कर सकते हैं
  • डिजिटल कंप्यूटर में एनालॉग सिस्टम की तुलना में काम एरर आते हैं।
  • डिजिटल कंप्यूटर एरर पता लगाने और सुधार के लिए उपयुक्त है।
  • डिजिटल सिस्टम को डिज़ाइन किया गया है रीयूज़ मॉडल के आधार पर

डिजिटल का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:

  • वैज्ञानिक अनुसंधान
  • उद्योग और तकनीकी अनुप्रयोग
  • नियंत्रण प्रणाली
  • एम्बेडेड सिस्टम और IOT
  • वित्तीय डोमेन
  • बैंक

डिजिटल कंप्यूटर निम्नलिखित से संबंधित कार्यों के लिए उपयोगी हैं:

  • साइंटिफिक कैलकुलेशन
  • सॉफ्टवर्स
  • होम ऑटोमेशन
  • होम डिज़ाइन
  • रोबोटिक्स
  • पैसे सम्बंधित ट्रांसक्शन्स
  • ATM

३. हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)

जैसा कि नाम से ही पता चलता है हाइब्रिड, जिसका मतलब है दो अलग-अलग चीजों को मिलाकर बनाया गया। इसी तरह, हाइब्रिड कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों का मिला कर बनाया गया है। हाइब्रिड कंप्यूटर एनालॉग कंप्यूटर की तरह तेज़ होते हैं और डिजिटल कंप्यूटर की तरह मेमोरी और एक्यूरेसी होती हैं। इसलिए, इसमें कंटीन्यूअस और डिस्क्रीट दोनों तरह के डेटा को प्रोसेस किया जा सकता है।

काम करने के लिए जब यह इनपुट के रूप में एनालॉग सिग्नल स्वीकार करता है तो यह इनपुट डेटा को प्रोसेस करने से पहले उन्हें डिजिटल रूप में बदल देता है। इसलिए, इसका व्यापक रूप से विशेष एप्लीकेशन में उपयोग किया जाता है जहाँ एनालॉग और डिजिटल दोनों तरह के डेटा को प्रोसेस करने की आवश्यकता होती है। पेट्रोल पंपों में इस्तेमाल होने वाला एक प्रोसेसर हाइब्रिड कंप्यूटर का एक उदाहरण है।

हाइब्रिड कंप्यूटर की विशेषताएँ:

  • हाइब्रिड कंप्यूटर बड़े कैलकुलेशन को रियल टाइम में मैनेज करके सटीक परिणाम जल्दी से हैं।
  • अपने पहले के वर्शन की तुलना में, हाइब्रिड कंप्यूटर द्वारा बनाए गए परिणाम सटीकता में बेहतर हैं।
  • हाइब्रिड कंप्यूटर द्वारा तेज़ डाटा प्रोसेसिंग पर शोध किया जा रहा है।

हाइब्रिड कंप्यूटर का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:

  • इंजीनियरिंग डिजाइन और टेस्टिंग
  • नियंत्रण प्रणाली विकास
  • मौसम और पर्यावरण मॉडलिंग
  • ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस
  • हाइब्रिड क्लासिकल
  • क्वांटम कंप्यूटिंग

४. Quantum Computer (क्वांटम कंप्यूटर)

image source: nature

क्वांटम कंप्यूटर वे कंप्यूटर हैं जो क्वांटम फिजिक्स के आधार पर काम करते हैं स्टोर किये हुए डाटा को प्रोसेस करने के लिए। इस कंप्यूटर में डाटा सबसे तेज़ प्रोसेस होता है और ये कुछ कामों को सुपरकम्प्युटर से भी तेज़ तरीके से कर सकते हैं। जिस प्रकार लैपटॉप , स्मार्टफोन आदि में एनकोडेड इनफार्मेशन Bits (० और १ ) के रूप में होता है वही क्वांटम कंप्यूटर में मेमोरी का यूनिट Quantum या Bit qubit.

क्वांटम कंप्यूटर का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:

  • आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस
  • बेहतर बैटरी
  • स्वच्छ फर्टिलाइजेशन
  • साइबर सुरक्षा
  • दवा विकास
  • इलेक्ट्रॉनिक सामग्री खोज
  • वित्तीय मॉडलिंग
  • सोलर कैप्चर
  • यातायात अनुकूलन
  • मौसम पूर्वानुमान और जलवायु परिवर्तन

Types of personal computers (पर्सनल कंप्यूटर के प्रकार)

१. Desktop (डेस्कटॉप)

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डेस्कटॉप एक पर्सनल कंप्यूटर है टेबल पर रखा जाता है, इसे एक ही जगह पर सखते हैं क्योकि इसमें अलग अलग पार्ट्स लगे होते हैं। इसमें पार्ट्स में माउस , कीबोर्ड , मॉनिटर और CPU होता है। पर्सनल कंप्यूटर में डेस्कटॉप का ही इस्तिमाल होता था लैपटॉप के आने से पहले।

२. Laptop or Notebook (लैपटॉप या नोटबुक)

लैपटॉप एक पोर्टेबल कंप्यूटर है जो बहुत छोटा होता है और वायरलेस होते हैं। इसमें कंप्यूटर के सभी कॉम्पोनेन्ट एक ही लैपटॉप बॉडी के अंदर लगे होते हैं जैसे कीबोर्ड , माउस, मॉनिटर आदि। लैपटॉप का स्क्रीन ऊपर और निचे करके खोल सकते हैं और बंद कर सकते हैं।

इसमें एक बैटरी लगा होता है जिससे लैपटॉप चलता है और बैटरी ख़त्म होने पर इसे चार्ज कर सकते हैं। इसे आपने साथ कही भी ले जाया सकता है। लैपटॉप टच स्क्रीन वाले भी आते हैं जिसमे माउस के इस्तिमाल की बजाय सीधे स्क्रीन पर ही टच करके कमांड से सकते हैं।

३. Tablet (टेबलेट)

टेबलेट एक वायरलेस और टच स्क्रीन पर्सनल कंप्यूटर है। ये आकर में छोटा होता है और इसमें बेसिक कंप्यूटिंग काम किया जा सकता है। इसका वजन भी लैपटॉप की तुलना में काफी काम होता है। इसमें कीबोर्ड और माउस नहीं होता है लेकिन इनके काम टचस्क्रीन के द्वारा किया जाता है।

४. Wearable Computers (वियरेबल कंप्यूटर)

वियरेबल कंप्यूटर में स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर जैसे डिवाइस आते हैं और इन्हे आपने शरीर में पहनने के लिए बनाया गया है। ये घडी के आकर के होते हैं लेकिन इसमें सभी स्मार्ट कंप्यूटिंग फीचर्स होते हैं। ये छोटा सा पोर्टेबल डिवाइस डाटा को स्टोर करता है और प्रोसेस करता है। इसमें स्वास्थ्य सम्बंधित काफी फीचर हैं, इसे पहनने पर शरीर के डाटा वियरेबल डिवाइस लेता है और प्रोसेस करके उपयोगी जानकारी के रूप में यूजर को बताता है।

हम आशा करते हैं की आपको Types of computers and examples लेख से आपको उपयोगी जानकारी मिली होगी। अगर आपके कोई सवाल हैं तो निचे कमेंट करके बताएं।

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